• जनता आंदोलन के रास्ते में: प्रशासन की दो महीने से ढिलाई
चंद्रपूर | रुपेश निमसरकार
मुल तहसील के बेम्बाल क्षेत्रीय योजना का पिछले दो माह से जलापूर्ति बंद है और नागरिकों को दूसरे स्रोतों का गंदा पानी पीना पड़ रहा है. परिणामस्वरूप, सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे में है।
फिर भी अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की अनदेखी से नंदगांव-घोसारी क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है और नाराज लोग अब आंदोलन करने पर उतारे हैं.
दो माह पहले क्षेत्रीय योजना का बिजली भुगतान बकाया होने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है. खासकर इस योजना की जलापूर्ति निरंतर नहीं रहती, कभी बिजली बिल तो कभी पाइपलाइन लीकेज के कारण यह अक्सर बंद रहती है. इससे नागरिकों को काफी असुविधा होती है.
जिला परिषद प्रशासन अनजान
जबकि जिले में दो माह से स्वच्छ जल की आपूर्ति बाधित है लेकिन प्रशासन बेखबर है. इससे आठ गांवों के लोग बेम्बाल क्षेत्रीय योजना पर निर्भर हैं
कुओं और बोरवेल के गंदे पानी से प्यास बुझानी पड़ती है. इससे क्षेत्र के नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में है. साल में सिर्फ तीन महीने ही पानी मिलता है। फिर भी बिजली वितरण कंपनी बिजली बिल वसूल कर पल्ला झाड़ रही है. प्रशासन की सुस्ती के कारण आम लोगों को पानी की भीषण समस्या से जूझना पड़ रहा है. अब गांवों के लोग पानी के अपने अधिकार के लिए आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. मालूम हो कि जल्द ही बैठक होगी.
